Class 8 Hindi Grammar Chapter 13 काल (Kaal). Know here more about Tenses in Hindi and their kinds with examples updated for academic session 2024-25 CBSE and other state boards. Kaal aur Kaal ke Bhed – Bhoot Kaal, Bhavishya Kaal aur Vartmaan Kaal ke udaharan aur paribhashaen. All the contents are written in simple and easy language, so that students can understand easily.
कक्षा 8 हिन्दी व्याकरण पाठ 13 काल – भूत, भविष्य और वर्तमान काल
कक्षा: 8 | हिन्दी व्याकरण |
अध्याय: 13 | काल – भूतकाल, वर्तमानकाल और भविष्यकाल |
काल से आप क्या समझते हैं?
क्रिया के जिस रूप से कार्य संपन्न होने के समय का बोध हो, उसे काल कहते हैं। नीचे लिखे गए वाक्यों को पढ़ो और उनमें प्रयुक्त क्रियाओं पर ध्यान दीजिए-
- भारत 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हुआ था।
- कल हम जयपुर जाएँगे।
उपर्युक्त वाक्यों में “हुआ था” और “जाएँगे” आने वाले समय का बोध कराते हैं। ये क्रियाएँ काम के होने के अलग-अलग समय का बोध कराती हैं। हुआ था – बीते हुए काल का और जाएँगे – आने वाले समय का बोध कराते हैं।
काल के भेद
काल के निम्नलिखित तीन भेद है:
- 1. भूतकाल
- 2. वर्तमानकाल
- 3. भविष्यत्काल
भूतकाल | वर्तमानकाल | भविष्यत्काल |
---|---|---|
राम ने खाना खाया। | राम ने खाना खाता है। | राम ने खाना खायेगा। |
रवि बाजार गया था। | रवि बाजार जाता है। | रवि बाजार जायेगा। |
राम अच्छा खेलता था। | राम अच्छा खेलता है। | राम अच्छा खेलगा। |
भूतकाल
क्रिया के जिस रूप से बीते हुए समय में कार्य के होने का बोध हो, उसे भूतकाल कहा जाता है। जैसे:
- क. हम खेल रहे थे।
- ख. मोहित पत्र लिखा।
भूतकाल के छः उपभेद हैं
क. सामान्य भूतकाल
क्रिया के जिस रूप से काम के बीते हुए समय में सामान्य रूप से होना पाया जाता है, उसे सामान्य भूतकाल कहा जाता है। जैसे:
- मयंक ने पत्र पढ़ा।
- सोनम ने खाना खाया।
ख. आसन्न भूतकाल
इससे यह पता चलता है कि काम भूतकाल में आरंभ होकर अभी-अभी समाप्त हुआ है। जैसे:
- (i) मैंने कहानी सुनी है।
- (ii) रिया ने पुस्तक पढ़ी है।
ग. पूर्ण भूतकाल
क्रिया के जिस रूप से यह पता चले कि काम भूतकाल में ही पूरा हो गया था, उसे पूर्ण भूतकाल कहते हैं। जैसे:
- (i) मोहित ने खाना खाया था।
- (ii) मैंने पत्र लिखा था।
घ. अपूर्ण भूतकाल
इसमें यह तो पता चलता है कि काम भूतकाल में हो रहा था, पर पूरे होने के समय का पता नहीं चलता। जैसे:
- (i) अमन पढ़ रहा था।
- (ii) प्रिया सो रही थी।
ङ. संदिग्ध भूतकाल
जब क्रिया के भूतकाल में होने के बारे में संदेह हो तब वहाँ संदिग्ध भूतकाल पाया जाता है। जैसे:
- (i) बस चली गई होगी।
- (ii) उसने कहानी सुनाई होगी।
च. हेतुहेतुमद् भूतकाल
जहाँ भूतकाल की एक क्रिया किसी दूसरी क्रिया (कारण) पर आधारित हो, वहाँ हेतुहेतुमद् भूतकाल होता है। जैसे-
(i) यदि वर्षा होती हो फसल अच्छी होती।
(ii) यदि वे परिश्रम करते तो सफल हो जाते।
वर्तमानकाल
क्रिया के जिस रूप से काम के चल रहे समय का बोध हो, उसे वर्तमानकाल कहते हैं। जैसे-
क. मैं जाता हूँ।
ख. वह पढ़ रहा है।
वर्तमानकाल के तीन मुख्य उपभेद हैं
क. सामान्य वर्तमान
क्रिया के जिस रूप में वर्तमानकाल की क्रिया का सामान्य रूप से होना पाया जाए, उसे सामान्य वर्तमान कहते हैं। जैसे-
(i) मैं जाता हूँ।
(ii) सौरभ पढ़ता है।
ख. अपूर्ण वर्तमान
क्रिया के जिस रूप से यह पता चले कि क्रिया अभी (वर्तमानकाल में) चालू है, उसे अपूर्ण वर्तमानकाल कहते हैं। जैसे-
(i) मैं पढ़ रहा हूँ।
(ii) बच्चे खेल रहे हैं।
ग. संदिग्ध वर्तमान
क्रिया के जिस रूप से वर्तमान काल की क्रिया के होने में संदेह का बोध हो, उसे संदिग्ध वर्तमानकाल कहते हैं। जैसे-
(i) सुधा पढ़ती होगी।
(ii) वह जाता होगा।
भविष्यत्काल
आने वाले समय का बोध कराने वाला क्रिया के जिस रूप से कार्य के भविष्य में होने का बोध हो, उसे भविष्यत्काल कहा जाता है। जैसे-
क. आकाश स्कूल जाएगा।
ख. मैं पत्र लिखंगा।
भविष्यत्काल के तीन उपभेद हैं
क. सामान्य भविष्यत्काल
इसमें आने वाले समय में क्रिया के सामान्य रूप से होने का बोध होता है। जैसे:
- (i) वह दिल्ली जाएगा।
- (ii) मैं पुस्तक पढुंगा।
ख. संभाव्य भविष्यत्काल
जब आने वाले समय में क्रिया के होने या करने की संभावना पाई जाए वहाँ संभाव्य भविष्यत्काल होता है। जैसे-
(i) शायद आज वर्षा हो।
(ii) शायद वे आज आएँ।
ग. हेतुहेतुमद् भविष्यत्काल
जब भविष्यत्काल की क्रिया दूसरे पर निर्भर हो तब हेतुहेतुमद् भविष्यत् कहलाता है। जैसे:
- (i) राकेश जाएगा तो शांति होगी।
- (ii) दीदी आएगी तो जन्मदिन का केक कटेगा।
स्मरणीय तथ्य
क्रिया के जिस रूप से कार्य संपन्न होने के समय का बोध हो, उसे काल कहते हैं। काल के तीन भेद होते हैं:
- भूतकाल,
- वर्तमानकाल,
- भविष्यत्काल
जो बीते हुए समय में कार्य के होने का बोध कराए, उसे भूतकाल कहते हैं।
जो वर्तमान समय में कार्य के होने का बोध कराए, उसे वर्तमानकाल कहते हैं।
जो आने वाले समय में कार्य के होने का बोध कराए, उसे भविष्यत्काल कहते हैं।