Class 7 Hindi Grammar Chapter 17 क्रिया विशेषण (Kriya Visheshan). Learn here about Kriya Visheshan and Kriya Visheshan ke Bhed updated for academic session 2024-25. Class 7 Hindi Vyakaran contents covers the Syllabus of CBSE Board and State Boards also. So, students can get here an ample practice in Hindi Vyakaran – Kriya Visheshan and Kriya Visheshan ke bhed.
Class 7 Hindi Grammar Chapter 17 क्रिया विशेषण
कक्षा 7 हिन्दी व्याकरण पाठ 17 क्रिया विशेषण
कक्षा: 7 | हिन्दी व्याकरण |
अध्याय: 17 | क्रिया विशेषण |
क्रिया विशेषण किसे कहते हैं?
क्रिया की विशेषता बताने वाले शब्दों को क्रिया-विशेषण कहते हैं। निम्नलिखित वाक्यों में पदों के रूप और कार्य देखें:
- (क) लता मंगेशकर अच्छा गाती है। (रीति)
- (ख) दीपावली कल मनाई जाएगी। (समय)
- (ग) प्रकाश भी वहाँ गया है। (स्थान)
- (घ) उसे भी थोड़ा लिखने दो। (परिमाण)
ये शब्द क्रिया के होने का तरीका रीति, स्थान, समय तथा परिमाण आदि बताकर उसकी (क्रिया की) विशेषता बता रहे हैं।
क्रिया-विशेषण के भेद
क्रिया-विशेषण के चार भेद हैं:
- 1. रीतिवाचक क्रिया-विशेषण
- 2. कालवाचक क्रिया-विशेषण
- 3. स्थानवाचक क्रिया-विशेषण,
- 4. परिमाणवाचक क्रिया-विशेषण
विशेष
क्रिया के साथ कहाँ, कब, कैसे, कितना लगाकर प्रश्न करने पर जो अविकारी शब्द उत्तर में आते हैं, वे क्रिया-विशेषण होते हैं। जैसे:
- (क) बच्चे कहाँ खेल रहे हैं? बाहर, अंदर, ऊपर, नीचे, यहाँ, वहाँ (स्थान)।
- (ख) पिताजी कब आएँगे? आज, कल, परसों, अभी (समय)
- (ग) छात्र कैसे गाते हैं? धीरे-धीरे, अच्छी तरह, ध्यानपूर्वक (रीति)
- (घ) उसकी बहन कितना पढ़ती है? थोड़ा, ज्यादा, बहुत, काफी (परिमाण)
रीतिवाचक क्रिया-विशेषण
जिन अविकारी शब्दों (क्रिया-विशेषण) से क्रिया के होने के तरीके (रीति) का पता चलता है, उन्हें रीतिवाचक क्रिया-विशेषण कहते हैं। जैसे:
1. वे हमारी कहानी ध्यानपूर्वक सुन रहे थे।
2. माँ ने पुत्री को भली-भाँति समझा दिया था।
रीतिवाचक क्रिया-विशेषण-धीरे-धीरे, सहसा, नहीं, अतएव, तेज, जैसे, वैसे, मत, वृथा आदि।
रीतिवाचक क्रिया-विशेषण के भेद
जो क्रिया-विशेषण कालवाचक और परिमाणवाचक नहीं होते, वे सब रीतिवाचक क्रिया-विशेषण होते हैं। इसके कुछ भेद इस प्रकार हैं:
- (क) विधिवाचक धीरे-धीरे, सुखपूर्वक, शीघ्र
- (ख) प्रश्नवाचक कैसे, क्यों
- (ग) निश्चयवाचक- जरूर, अवश्य, निस्संदेह
- (घ) अनिश्चयवाचक- शायद, अकसर
- (ङ) हेतुवाचक- इसलिए, अतएव, क्यों
- (च) निषेधवाचक- नहीं, कभी नहीं, मत
- (छ) स्वीकृतिवाचक- हाँ, सच, ठीक, जी
- (ज) अवधारणावाचक- ही, भर, तक, मात्र
- (झ) आकस्मिकतावाचक- अचानक, सहसा, अकस्मात्
कालवाचक क्रिया
विशेषण जिन क्रिया-विशेषण शब्दों से क्रिया के होने के समय का पता चलता है, उन्हें कालवाचक क्रिया विशेषण कहते हैं। जैसे: नरेश अब जा चुका है। माता जी अभी गई हैं।
कालवाचक क्रिया विशेषण के तीन भेद हैं
(क) कालबिंदुवाचक क्रिया-विशेषण – आज, कल, परसों, अब, जब, कब, अभी
(ख) अवधिवाचक क्रिया-विशेषण- आजकल, सदैव, रात-भर, लगातार, निरंतर
(ग) बारम्बारतावाचक- रोज, हरदिन, प्रतिदिन, प्रतिवर्ष
स्थानवाचक क्रिया-विशेषण
क्रिया के होने का स्थान या दिशा आदि को बताने वाले क्रिया-विशेषण स्थानवाचक क्रिया-विशेषण कहलाते हैं। जैसे:
पिता जी अन्दर बैठे हैं। बच्चे बाहर खेल रहे हैं।
स्थानवाचक क्रिया विशेषण के दो भेद हैं
- (क) स्थितिवाचक- आस-पास, आगे, पीछे, जहाँ, तहाँ, आर-पार
- (ख) दिशावाचक- ऊपर, नीचे, दाएँ, बाएँ, इधर-उधर, चारों ओर
परिमाणवाचक क्रिया
विशेषण जो क्रिया की मात्रा, नाप-तौल बताते हैं उन्हें परिमाणवाचक क्रिया-विशेषण कहते हैं। जैसे: अब मैं बिलकुल थक चुका हूँ। उतना खाना चाहिए जितना पच सके।
परिमाणवाचक क्रिया विशेषण के भेद
परिमाणवाचक क्रिया विशेषण के पाँच भेद होते हैं:
- (क) अधिकतावाचक- खूब, जरा, अत्यंत, अधिक
- (ख) न्यूनतावाचक- कम, जरा, थोड़ा
- (ग) पर्याप्ततावाचक- काफी, पर्याप्त
- (घ) तुलनावाचक- जितना, कितना, इतना, उतना
- (ङ) श्रेणीवाचक- थोड़ा-थोड़ा, क्रम से, बारी-बारी से
विशेषण एवं क्रिया-विशेषण में अंतर
विशेषण एवं क्रिया-विशेषण में अंतर आप पढ़ चुके हैं कि संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले पद “विशेषण” होते हैं तथा क्रिया की विशेषता बताने वाले पद “क्रिया विशेषण”। एक ही पद का प्रयोग विशेषण के रूप में भी होता है और क्रिया-विशेषण के रूप में भी। आपको ध्यानपूर्वक पढ़कर पद के प्रयोग के आधार पर ही निश्चित करना चाहिए कि पद विशेषण है या क्रिया-विशेषण। आइए, कुछ वाक्यों को ध्यानपूर्वक पढ़कर इनमें अंतर करना सीखते हैं:
विशेषण | क्रिया-विशेषण |
---|---|
सीता के पास कुछ खिलौने हैं। | सीता कुछ खा रही है। |
रोहन के पास बहुत पुस्तकें हैं। | रोहन बहुत खाता है। |
कुछ लड़कियाँ आ रही हैं। | लड़कियाँ कुछ उदास हैं। |
संदीप अच्छा लड़का है। | संदीप अच्छा गाता है। |