Class 6 Hindi Grammar Chapter 9 सर्वनाम and its kinds. कक्षा 6 हिन्दी व्याकरण अध्याय 9 सर्वनाम और उसके भेद are given here free to use without any login or password. Types of सर्वनाम and its complete definition with examples are given here. Students can understand 6th Vyakaran Sarvnam for the school exams and their unit tests. Each and every topic are well explained, so that every student can take the benefits of these solutions.
कक्षा 6 हिन्दी व्याकरण पाठ 9 सर्वनाम
कक्षा: 6 | हिन्दी व्याकरण |
अध्याय: 9 | सर्वनाम और उसके भेद |
Class 6 Hindi Grammar Chapter 9 सर्वनाम
सर्वनाम क्या है?
सर्वनाम
संज्ञा के स्थान पर आने वाले शब्द सर्वनाम कहलाते हैं। जैसे- मैं, तुम, वह, हम, आप, यह, जो, कोई, कुछ आदि।
“सर्वनाम” शब्द दो शब्दों के मेल से बना है: सर्व + नाम। “सर्व” अर्थात् “सब” और “नाम”- सबका नाम। भाषा में यदि बार-बार एक ही नाम का प्रयोग किया जाए तो वह कितना अटपटा लगेगा।
जैसे:
रवि मेरा मित्र है।
रवि मेरे पड़ोस में रहता है।
रवि के पिता डॉक्टर हैं।
रवि की माताजी अध्यापिका हैं।
रवि को क्रिकेट का बहुत शौक है।
रवि ने क्रिकेट के खेल में कई पदक भी जीते हैं।
ऊपर के वाक्यों में ‘रवि’ शब्द का बार-बार प्रयोग हुआ है, जो अच्छा नहीं लगता। अब इन्हीं वाक्यों को दूसरे रूप में पढ़िए तथा उनमें आए रेखांकित शब्दों पर विशेष ध्यान दीजिए:
रवि मेरा मित्र है।
वह मेरे पड़ोस में रहता है।
उसके पिता डॉक्टर हैं।
उसकी माताजी अध्यापिका हैं।
उसको क्रिकेट का बहुत शौक है।
उसने क्रिकेट के खेल में कई पदक भी जीते हैं।
अब वाक्य आपको कैसे लगे? ये वाक्य बोलने में अच्छे लगते हैं।
इन वाक्यों में ‘रवि’ संज्ञा शब्द के बदले वह, उसके, उसकी, उसे, उसने- शब्दों का प्रयोग किया गया है। ये सभी शब्द सर्वनाम हैं।
सर्वनाम के भेद
सर्वनाम के निम्नलिखित छह भेद हैं:
- पुरुषवाचक सर्वनाम
- निश्चयवाचक सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- संबंधवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
पुरुषवाचक सर्वनाम
बोलने वाला अपने लिए, सुनने वाले के लिए तथा किसी अन्य व्यक्ति के लिए जिन सर्वनामों का प्रयोग करे, उन्हें पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं।
पुरुषवाचक सर्वनाम भी तीन प्रकार के होते हैं:
1. उत्तम पुरुष (मैं, हम)
2. मध्यम पुरुष (तू, तुम, आप)
3. अन्य पुरुष (वह, वे, यह, ये)
- उत्तम पुरुष: जिन सर्वनामों का प्रयोग वक्ता (बोलने वाला) अपने लिए करता है, उन्हें उत्तम पुरुष कहते हैं। जैसे- मैं, मैंने मेरा, हम, हमने, हमारा आदि।
- मध्यम पुरुष: जिन सर्वनामों का प्रयोग बोलने वाला सुनने वालों के लिए करता है, उन्हें मध्यम पुरुष कहते हैं। जैसे- तू, तुम, आप आदि।
- अन्य पुरुष: जिन सर्वनामों का प्रयोग बोलने वाला अन्य व्यक्तियों के लिए करता है, उन्हें अन्य पुरुष कहते हैं। जैसे- वह, वे, उसने, उन्होंने, यह, ये, इन्होंने आदि।
निश्चयवाचक सर्वनाम
जिन सर्वनामों से निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध हो, उन्हें निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जैसे:
क. वह बालिका है।
ख. वे सब पढ़ रहे हैं।
ग. यह मेरा गेंद है।
विशेष: वह और यह शब्दों का प्रयोग अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम के रूप में प्रयुक्त होता है, अर्थात्, जब बोलने वाला जिसके विषय में बात कर रहा है उसके लिए वह या यह शब्द का प्रयोग करता है, वहाँ “वह” पुरुषवाचक सर्वनाम होता है। परंतु जब “वह” शब्द (सर्वनाम) का प्रयोग किसी निश्चत संज्ञा के बदले होता है, तब “वह” निश्चयवाचक सर्वनाम होता है।
अनिश्चयवाचक सर्वनाम
जो सर्वनाम किसी निश्चित वस्तु या प्राणी के बदले प्रयुक्त न होकर अनिश्चत व्यक्ति या वस्तु के लिए प्रयुक्त किया जाए, वह अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहलाता है।
जैसे:
क. यहाँ कोई आया था।
ख. वह मेरे लिए कुछ लाया था।
यहाँ “कोई” और “कुछ” शब्द अनिश्चयवाचक सर्वनाम है।
संबंधवाचक सर्वनाम
जो सर्वनाम शब्द वाक्य में किसी दूसरे सर्वनाम शब्द से संबंध बताता है, वह संबंधवाचक सर्वनाम कहलाता है।
जैसे:
क. जो जैसा करता है, वह (सो) वैसा भरता है।
ख. जैसी करनी वैसी भरनी।
यहाँ “जो”, “जैसा”, “वैसा”, “जैसी”, “वैसी” शब्द संबंधवाचक सर्वनाम हैं।
प्रश्नवाचक सर्वनाम
जो सर्वनाम पद प्रश्नवाचक शब्द के रूप में किसी संज्ञा शब्द के बदले प्रयोग में लाया गया हो, उसे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जैसे:
क. यहाँ कौन आया था?
ख. वह क्या लाया था?
यहाँ “कौन” और “क्या” शब्द प्रश्नवाचक सर्वनाम हैं।
निजवाचक सर्वनाम
जो सर्वनाम ‘निज’ या अपने आपके लिए प्रयुक्त हों, उन्हें निजवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जैसे:
क. वह अपना काम आप करता है।
ख. तुम अपने आप चले जाओ।
यहाँ “अपना”, “आप” शब्द निजवाचक सर्वनाम हैं।