Class 6 Hindi Grammar Chapter 5 संज्ञा (Sangya) or कक्षा 6 के लिए हिन्दी व्याकरण अध्याय 5 संज्ञा तथा उसके भेद उदाहरण सहित दिये गए हैं. Kinds of संज्ञा and its suitable examples are given here to practice for exams. Students should learn the definition of संज्ञा and also know about their kinds with proper examples. This chapter helps the students to know more about Sangya so that they can score better in school exams.
कक्षा 6 के लिए हिन्दी व्याकरण – संज्ञा और उसके भेद
कक्षा: 6 | हिन्दी व्याकरण |
अध्याय: 5 | संज्ञा और उसके भेद |
Class 6 Hindi Grammar Chapter 5 संज्ञा
संज्ञा किसे कहते हैं?
संज्ञा: जिन शब्दों से किसी प्राणी, व्यक्ति, स्थान अथवा भाव के नाम का बोध होता है, उन्हें संज्ञा कहते हैं।
प्राणी: | अमन, बच्चा, ऊँट, लड़की, भावना, तोता, भेड़, हिरन, चिड़िया, कबूतर बिल्ली, शेर, आदि। |
वस्तु: | दीवार, कागज, पलंग, मेज, पेन आदि। |
स्थान: | भारत, दिल्ली, पंजाब, जम्मू, मथुरा, ग्राम, गली, अफ्रीका आदि। |
भाव: | सर्दी, सुंदरता, मिठास, बचपन, मुहब्बत, गर्मी आदि। |
1. अमित और राकेश दोस्त हैं।
2. अहिंसा का पालन करना चाहिए।
3. हमें सदा सत्य बोलना चाहिए।
4. लड़कियाँ कक्षा में पढ़ रही हैं।
5. कुत्ते भौंक रहे हैं।
6. भारत की राजधानी नई दिल्ली है।
उपर्युक्त उदाहरणों से स्पष्ट होता है कि इस संसार में प्रत्येक व्यक्ति, स्थान, वस्तु, भाव का कुछ-न-कुछ नाम अवश्य होता है। यह नाम ही संज्ञा कहलाता है। संज्ञा नाम का समानार्थी शब्द है। उपर्युक्त वाक्यों में:
- अमित, राकेश- विशेष व्यक्तियों के नाम हैं।
- अहिंसा, सत्य- भावों के नाम हैं।
- लड़कियाँ, कुत्ते, शहर- जातियों के नाम हैं।
- भारत, नई दिल्ली-विशेष स्थानों के नाम हैं।
संज्ञा के भेद
- व्यक्तिवाचक संज्ञा
- जातिवाचक संज्ञा
- भाववाचक संज्ञा
व्यक्तिवाचक संज्ञा
जिस संज्ञा से किसी विशेष व्यक्ति, स्थान एवं वस्तु का बोध हो, उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं।
- (क) महेंद्र सिंह धोनी भारत का महान बल्लेबाज है।
- (ख) स्वामी विवेकानंद हमारे देश की महान विभूति थे।
- (ग) कर्मयोगी कृष्ण को हमारा प्रणाम।
- (घ) हरिप्रसाद चौरसिया प्रसिद्ध बाँसुरी वादक हैं।
- (ङ) कुरान मुसलमानों का पवित्र ग्रंथ है।
उपर्युक्त वाक्य विशेष व्यक्ति, विशेष वस्तु, विशेष स्थान के नाम का बोध करा रहे हैं, अतः ये सभी व्यक्तिवाचक संज्ञाएँ हैं। महात्मा गाँधी, कुरान, गीता, दिल्ली, लालकिला, मदर टेरेसा, राम, कृष्ण, रूस, चीन, भारत, अमेरिका, इराक, बाइबल, महाभारत, ताजमहल, इंडिया गेट आदि व्यक्तिवाचक संज्ञाएँ हैं।
जातिवाचक संज्ञा
जो संज्ञा शब्द किसी जाति के एक ही प्रकार के प्राणियों का बोध कराते हैं, उन्हें जातिवाचक संज्ञा कहते हैं।
(क) मेरे देश में अनेक नदियाँ बहती हैं।
(ख) हमारे शहर के आस-पास कई गाँव हैं।
(ग) हमें पशु-पक्षियों से प्रेम करना चाहिए।
(घ) बच्चे खेल रहे हैं।
उपर्युक्त उदाहरणों में विशेष व्यक्ति, वस्तु, स्थान का बोध न कराकर एक ही जाति के प्राणियों, वस्तुओं एवं स्थानों का बोध करा रहे हैं। अतः ये सभी जातिवाचक संज्ञाएँ हैं। दिन, भवन, ग्रंथ, लड़का, पर्वत, ग्रह, खिलाड़ी, आदि शब्द भी जातिवाचक संज्ञाएँ हैं।
भाववाचक संज्ञा
जो संज्ञा शब्द गुण, धर्म, कर्म, दशा, अवस्था आदि भावों का बोध कराते हैं, उन्हें भाववाचक संज्ञा कहते हैं।
- (क) इस कमरे की लंबाई अधिक है।
- (ख) बचपन की बातें मुझे आज भी याद हैं।
- (ग) हवाई जहाज के उड़ान भरते ही वह लौट पड़ा।
उपर्युक्त वाक्यों में गुण, दशा, अवस्था आदि भावों का बोध करा रहे हैं अतः ये सभी भाववाचक संज्ञाएँ हैं। कुछ विद्वान संज्ञा के दो भेद और मानते हैं- द्रव्यवाचक संज्ञा और समूहवाचक संज्ञा।
द्रव्यवाचक संज्ञा
जिन संज्ञा शब्दों से किसी द्रव्य या धातु का बोध हो, उन्हें द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं।
(क) कुम्हार मिट्टी केबर्तन बनाते हैं।
(ख) स्वर्ण आभूषण अत्यंत सुंदर लगते हैं।
(घ) पुराने समय में ताँबे के बर्तन बनते थे।
(ङ) लोहा अत्यंत उपयोगी धातु है।
उपर्युक्त उदाहरणों में मिट्टी, स्वर्ण, चाँदी, ताँबा, लोहा द्रव्य हैं। अतः ये सभी द्रव्यवाचक संज्ञाएँ हैं।
समूहवाचक संज्ञा
जो संज्ञा शब्द किसी समूह या समुदाय का बोध कराते हैं, उन्हें भाववाचक संज्ञा कहते हैं।
(क) बकरियों का झुंड घास चर रहा है।
(ख) अंगूरों का गुच्छा मेज पर रख दो।
(ग) मेरी कक्षा में पंद्रह छात्राएँ भी हैं।
(घ) स्वयंसेवकों का एक दल राष्ट्रपति से मिला।
उपर्युक्त उदाहरणों में रंगीन छपे शब्द किसी समूह या समुदाय का बोध करा रहे हैं। अतः ये सभी समूहवाचक संज्ञाएँ हैं।
भाववाचक संज्ञाएँ निम्नलिखित पाँच प्रकार के शब्दों से बनाई जाती हैं:
- जातिवाचक संज्ञा से
- सर्वनामों से
- विशेषणों से
- क्रियाओं से
- अव्ययों से