Class 6 Hindi Grammar Chapter 28 अपठित गदयांश (Apathit Gadyansh). Here, we will study about what is Apathit Gadyansh and how to answer the questions given at the end of each passage. Contents are updated according to new CBSE Curriculum for academic session 2024-25. All the contents are free to use without any per-registration.
कक्षा 6 हिन्दी व्याकरण – अपठित गदयांश
कक्षा: 6 | हिन्दी व्याकरण |
अध्याय: 28 | अपठित गदयांश |
Class 6 Hindi Grammar Chapter 28 अपठित गदयांश
अपठित गदयांश
किसी भी भाषा को सीखने के क्रम में तथा ज्ञान-विज्ञान के विस्फोट के इस युग में जानकारी प्राप्त करने में पठन-कौशल एक विशिष्ट भूमिका का निर्वहन करता है। विभिन्न प्रकार के विषयों की सामग्री को आत्मसात् करने के लिए आवश्यक है कि छात्र उस सामग्री को पढ़ें, पढ़कर समझें, उस पर चिंतन-मनन करें ताकि उस पर शुद्ध, स्पष्ट एवं सुसंगत रूप से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर सकें। इसके लिए अर्थ ग्रहण का अभ्यास आवश्यक है। यह अभ्यास दो प्रकार से किया जा सकता है, दोनों प्रकार की सामग्री का अपना-अपना महत्त्व है:
- पूर्व पठित सामग्री के माध्यम से
- किसी अपठित सामग्री को आधार बनाकर।
दोनों प्रकार की सामग्री का अपना-अपना महत्त्व है।
अपठित गद्यांश की सामग्री के अंतर्गत लेख, निबंध, समाचार, विज्ञान, समाज आदि पर आधारित हो सकते हैं। अपठित गद्यांश के आधार पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखते समय निम्नलिखित बातें ध्यान में रखी जानी चाहिए-
(i) पूछे गए प्रश्नों में निहित उद्देश्य को समझकर ही प्रश्नों के उत्तर खोजे जाएँ।
(ii) गद्यांश को दो-तीन बार ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए।
(iii) उत्तरों को प्रस्तुत सामग्री तक ही सीमित रखना चाहिए।
(iv) उत्तर लिखते समय सरल, सुबोध, सहज भाषा का प्रयोग करना चाहिए।
अपठित गद्यांश- 1
शरीर को स्वस्थ या निरोग रखने में व्यायाम का कितना महत्त्व है, इस पर कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है। आज की भाग-दौड़ से भरी जिंदगी ने मनुष्य को इतना व्यस्त कर दिया है कि वह यह भी भूल गया है कि इस सारी भाग-दौड़ का वह तभी तक हिस्सेदार है जब तक कि उसका शरीर भी स्वस्थ है। जो व्यक्ति अपने शरीर की उपेक्षा करता है वह अपने लिए रोग, बुढ़ापे तथा मृत्यु का दरवाजा खोलता है। वैसे तो अच्छे स्वास्थ्य के लिए संतुलित भोजन, स्वच्छ जल तथा शुद्ध वायु संयम तथा नियमित जीवन सभी कुछ आवश्यक है किंतु इन सबमें व्यायाम करने वाले व्यक्ति में कुछ ऐसी अद्भुत शक्ति आ जाती है कि अपने सारे शरीर पर उसका अधिकार हो जाता है।
प्रश्न. व्यायाम का क्या महत्त्व है?
उत्तर. शरीर को निरोगी रखने में व्यायाम का बहुत महत्त्व है।
प्रश्न. आज व्यक्ति क्या भूल गया है?
उत्तर. आज व्यक्ति यह भूल गया है कि वह भाग-दौड़ तभी कर सकता है जब तक वह शारीरिक रूप से स्वस्थ है।
प्रश्न. शरीर की उपेक्षा करने वाला व्यक्ति क्या नुकसान करता है ?
उत्तर. शरीर की उपेक्षा करने वाला व्यक्ति अपने लिए रोग, बुढ़ापे तथा मृत्यु का दरवाजा खोलता है।
प्रश्न. अच्छे स्वास्थ्य के लिए क्या-क्या आवश्यक हैं?
उत्तर. अच्छे स्वास्थ्य के लिए संतुलित भोजन, स्वच्छ जल, शुद्ध वायु, संयमित एवं नियमित जीवन आवश्यक है।
अपठित गद्यांश- 2
लगभग दो सौ वर्ष की गुलामी ने भारत के राष्ट्रीय स्वाभिमान को पैरों से रौंद डाला, हमारी संस्कृति को समाप्त कर दिया, हमारे विश्वास को हिला दिया और हमारे आत्मविश्वास को चकनाचूर कर दिया। किंतु अपने देश से प्यार करने वाले, इसके एक सामान्य संकेत पर प्राण न्योछावर करने वाले दीवानों का अभाव न था। एक आवाज उठी और देखते-ही-देखते राष्ट्र का दबा हुआ आत्माभिमान उन्मत्त हो उठा। इतिहास साक्षी है- जाने और अनजाने सहस्रत्रों देशभक्त स्वतंत्रता की अमानत निधि को पाने के लिए शहीद हो गए।
प्रश्न. भारतवर्ष ने कितने वर्षों की गुलामी झेली है?
उत्तर. भारतवर्ष ने लगभग दो सौ वर्षों की गुलामी झेली है।
प्रश्न. गुलामी ने भारत को क्या हानि पहुँचाई ?
उत्तर. गुलामी ने राष्ट्रीय स्वाभिमान को पैरों तले रौंद डाला, संस्कृति को मिटाया तथा हमारे आत्मविश्वास को हिलाकर रख दिया।
प्रश्न. इस देश की क्या विशेषताएँ रहीं?
उत्तर. इस देश की यह विशेषता रही कि यहाँ के लोग इस देश पर प्राण न्योछावर करने के लिए सदा तैयार रहे हैं। प्रश्न लोगों ने देश के लिए क्या किया? उत्तर लोगों ने इस देश की स्वतंत्रता के लिए प्राणों का बलिदान दे दिया।
अपठित गद्यांश- 3
मेरे देश का नाम भारत है, जो महाराज दुष्यंत एवं शकुंतला के प्रतापी पुत्र “भरत” के नाम पर रखा गया। पहले इसे “आर्यावर्त” कहा जाता था। इस पावन देश में राम, कृष्ण, महात्मा बुद्ध, वर्धमान महावीर आदि महापुरुषों ने जन्म लिया। इस देश में अशोक और अकबर जैसे प्रतापी सम्राट भी हुए हैं। इस देश के स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू, लोकमान्य तिलक, गोपाल कृष्ण गोखले, लाला लाजपत राय, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, सरोजिनी नायडू आदि ने कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष किया।
प्रश्न. भारत का नाम किसके नाम पर रखा गया?
उत्तर. भारत का नाम महाराज दुष्यंत और शकुंतला के प्रतापी पुत्र भरत के नाम पर रखा गया।
प्रश्न. इस देश को पहले किस नाम से जाना जाता था?
उत्तर. इस देश को पहले “आर्यावर्त” के नाम से जाना जाता था।
प्रश्न. प्राचीन काल में किन-किन महापुरुषों ने इस देश में जन्म लिया?
उत्तर. प्राचीन काल में इस देश में राम, कृष्ण, महात्मा बुद्ध, वर्धमान महावीर जैसे महापुरुषों ने जन्म लिया। प्रश्न. स्वतंत्रता संग्राम में संघर्ष करने वाले प्रमुख नेताओं के नाम बताइए। उत्तर स्वतंत्रता संग्राम में संघर्ष करने वाले प्रमुख नेता थे- महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू, लोकमान्य तिलक, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, सरोजिनी नायडू आदि।
अपठित गद्यांश- 4
साहस की जिंदगी रोमांचक होती है। ऐसी जिंदगी की सबसे बड़ी पहचान यह है कि साहसी व्यक्ति इस बात की चिंता नहीं करता कि तमाशा देखने वाले लोग उसके बारे में क्या सोचते हैं। जनमत की उपेक्षा करके जीने वाले आदमी दुनिया की असली ताकत होते हैं और दुनिया को प्रकाश भी उसी से मिलता है। अड़ोस-पड़ोस को देखकर चलना साधारण जीव का काम है। क्रांति करने वाले लोग अपने उद्देश्य की तुलना किसी और के साथ नहीं करते और न ही वे पड़ोसी की चाल देखकर अपनी चाल को मद्धिम बनाते हैं।
- प्रश्न. साहस की जिंदगी की क्या पहचान है?
उत्तर. साहस की जिंदगी की यह पहचान होती है कि वह रोमांचक होती है, तथा साहसी व्यक्ति निडर होता है। - प्रश्न. कैसा व्यक्ति दुनिया की असली ताकत होता है?
उत्तर. जनमत की उपेक्षा करके जीने वाला आदमी दुनिया की असली ताकत होता है। - प्रश्न. साधारण लोग कैसे होते हैं?
उत्तर. साधारण लोग अड़ोस-पड़ोस को देखकर चलते हैं। - प्रश्न. क्रांति करने वाले लोग कैसे होते हैं?
उत्तर. क्रांति करने वाले लोग अपने उद्देश्य की तुलना किसी और के साथ नहीं करते और न उनकी चाल को देखकर अपनी चाल को मद्धिम बनाते हैं।