Class 6 Hindi Grammar Chapter 18 पद परिचय (Pad Parichay). Meaning of पद and पद परिचय with example. Relation of the other terms of Hindi Vyakaran with Pad Parichay. All the contents are updated for academic session 2024-25. Class 6 Hindi Vyakaran Pad Parichay explains about the use of पद परिचय and its combination with other terms of Hindi Vyakaran.
कक्षा 6 हिन्दी व्याकरण पाठ 18 पद परिचय
कक्षा: 6 | हिन्दी व्याकरण |
अध्याय: 18 | पद परिचय |
Class 6 Hindi Grammar Chapter 18 पद परिचय
पद-परिचय क्या है?
वाक्य में प्रयुक्त होने वाले शब्दों को पद कहते हैं। वाक्य के प्रत्येक पद को अलग-अलग करके उनका परिचय देना पद परिचय कहलाता है। इसे पदान्वय, पद व्याख्या, शब्द-निरूपण, शब्द-बोध आदि नामों से जाना जाता है। वाक्य में आए अर्थात् प्रयुक्त हुए संज्ञा, सर्वनाम आदि समस्त-पद तथा उसके भेदों का अलग-अलग पूर्ण व्याकरणिक परिचय देने को पद-परिचय कहते हैं।
पद-परिचय के लिए आवश्यक संकेत
- संज्ञा : संज्ञा के भेद (व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक) लिंग, वचन, कारक एवं क्रिया के साथ उसका संबंध।
- सर्वनाम : सर्वनाम के भेद (पुरुषवाचक, निश्चयवाचक, अनिश्चयवाचक, संबंधवाचक, प्रश्नवाचक तथा निजवाचक) पुरुष, वचन, लिंग, कारक तथा क्रिया के साथ उसका संबंध।
- विशेषण: विशेषण के भेद (गुणवाचक) संख्यावाचक, परिमाणवाचक एवं सार्वनामिक विशेषण, लिंग, वचन, विशेष्य के साथ निर्देश।
- क्रिया: क्रिया के भेद (अकर्मक-सकर्मक) लिंग, वचन, धातु, काल, वाच्य प्रयोग एवं कर्ता तथा कर्म का संकेत।
- क्रियाविशेषण: क्रियाविशेषण के भेद (रीतिवाचक, स्थानवाचक, कालवाचक एवं परिमाणवाचक) जिस क्रिया की विशेषता बताई जा रही है उसका निर्देश।
- संबंधबोधक: संबंधबोधक भेद, जिससे संबंध दर्शा रहा है उनका निर्देश।
- समुच्चयबोधक: समुच्चयबोधक भेद, जिन पदों या वाक्यों को मिला रहा है उनका निर्देश।
- विस्मयादिबोधक: विस्मयादिबोधक भाव का उल्लेख विस्मय, हर्ष, शोक, घृणा, भय आदि।
पद परिचय उदाहरण- 1
रोहन उसे गत वर्ष मुंबई में मिला था।
- रोहन – संज्ञा, व्यक्तिवाचक, पुल्लिग, एकवचन
- गत – कालवाचक क्रियाविशेषण- “मिला था” क्रिया का काल।
- वर्ष – संज्ञा, जातिवाचक, पुल्लिग, एकवचन अधिकरण कारक “मिला था” क्रिया का समय।
- उसे – सर्वनाम, पुरुषवाचक, अन्य पुरुष, पुल्लिग, एकवचन, कर्मकारक “मिला था” क्रिया का कर्म।
- मुंबई में – स्थानवाचक क्रिया विशेषण “मिला था” क्रिया का स्थान।
- मिला था – क्रिया सकर्मक, भूतकाल, पूर्णभूत, पुल्लिग, एकवचन कर्तृवाच्य, कर्ता रोहन कर्म उसे।
पद परिचय उदाहरण- 2
वाह! – आप तो बड़े नेता बन गए।
- वाह! – विस्मयादिबोधक अव्यय।
- आप – निजवाचक सर्वनाम, पुल्लिग, एकवचन, कर्ता कारक।
- तो – संबंधबोधक।
- बड़े – बहुवचन, पुल्लिग, एकारांत विशेषण।
- नेता – संज्ञा, जातिवाचक, पुल्लिग।
- बन गए – सकर्मक क्रिया, भूतकाल, कर्तृवाच्य, कर्तृ प्रयोग, पुल्लिग, बहुवचन, अन्य पुरुष।
पद परिचय उदाहरण- 3
वाह! क्या मनोरंजक कहानी है यह।
- वाह! – विस्मयादिबोधक अव्यय।
- क्या – प्रविशेषण, मनोरंजक की विशेषता बताता है।
- मनोरंजक – गुणवाचक विशेषण, कहानी इसका विशेष्य।
- कहानी – जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन।
- है – सहायक क्रिया, कहानी पूरक, वर्तमानकाल, कर्तृवाच्य, स्त्रीलिंग, एकवचन, अन्य पुरुष।
- यह – निश्चयवाचक सर्वनाम।
पद परिचय उदाहरण- 4
सोहन धीरे-धीरे चल रहा था, क्योंकि उसके पैर में दर्द था।
- सोहन- संज्ञा, व्यक्तिवाचक, पुल्लिग, एकवचन, कर्ता कारक, चलना क्रिया का कर्ता।
- धीरे-धीरे – क्रिया विशेषण, रीतिवाचक।
- चल रहा था – क्रिया, अकर्मक, भूतकाल, अपूर्णभूत, पुल्लिग, संबंध कारक।
- क्योंकि – समुच्चयबोधक, व्यधिकरण (कारण बोधक), उपवाक्यों का योजक।
- उसके – सर्वनाम, पुरुषवाचक, अन्य पुरुष, एकवचन, संबंध कारक, “दर्द था” क्रिया का कर्म।
- पैरों में – संज्ञा, जातिवाचक, पुल्लिग, बहुवचन, अधिकरण कारक।
- दर्द – संज्ञा, भाववाचक, एकवचन, कर्म कारक।
- था – अपूर्ण अकर्मक क्रिया, पूर्ण-भूतकाल, एकवचन।
पद परिचय उदाहरण- 5
कल हमने ताजमहल देखा।
- कल – अव्यय कालवाचक क्रियाविशेषण, देखा क्रिया की विशेषता बता रहा है।
- हमने – उत्तम पुरुष सर्वनाम, पुल्लिग, बहुवचन, कर्ता कारक, देखा’ इसकी क्रिया।
- ताजमहल – व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिग, एकवचन, कर्मकारक।
- देखा – सकर्मक क्रिया, भूतकाल, सामान्य भूत “देखा” धातु, कर्ता “हमने” कर्तृवाच्य, उत्तमपुरुष, पुल्लिग, बहुवचन।